एक ताज़ा कॉलर वाली कामुक अधीनस्थ लड़की चाहती है कि उसका मालिक उसे छूए। दिन के अंत में जब सूरज डूबता है, तो वह जैसी चाहती है वैसा करती है, महसूस करती है कि उसका मालिक वापस आने वाला है और वे अपनी अंतरंग खेल जारी रख सकते हैं। उसका दैनिक अनुष्ठान: आत्म-प्रेम और भक्ति का उत्तेजक शो।.