दो गर्लफ्रेंड काम पर एक ब्रेक के दौरान आत्म-आनंद में लिप्त होती हैं, एक-दूसरे की अंतरंग इच्छाओं की खोज करती हैं। उनकी उंगलियां गीली हो चुकी उंगलियों पर नृत्य करती हैं, कार्यालय में जोश जगाती हैं, जिससे वे बेदम और संतुष्ट हो जाते हैं।.
अपने नए ऑफिस रोमांस के रोमांच में लिप्त एक युवा महिला खुद को अपने बॉयफ्रेंड की कुशल उंगलियों के स्पर्श के लिए तरसती हुई पाती है। वह काम पर है, लेकिन उनके अंतरंग क्षणों की याद से उसका दिमाग खा जाता है। वह अकेली है, लेकिन उसका शरीर उसके स्पर्श के लिए तड़पता है। जैसे ही वह अपनी स्कर्ट के नीचे अपनी उंगलियां फिसलती है, वह अपने हाथों की कल्पना अपने सबसे अंतरंग इच्छाओं में तल्लीन होती है। वह अपने ही शरीर की खोज करती है, उसकी छुअन की कल्पना में खोई हुई, उसकी सांसें उछलती हुई जब वह उदासी की स्थिति तक पहुंचती हैं। उसकी उंगलियां उसके संवेदनशील सिलकों पर नाचती हैं, उसका शरीर मजे से तनता रहता है। वास्तविकता और फंतासी ब्लर के बीच की रेखा जैसे वह खुद को चरमोत्कर्ष पर ले आती है, उसकी कराहें खाली कार्यालय में गूंजती हैं। वह संतुष्ट होती है, अपनी उंगलियाँ निकालती है, अपनी फ्लश छोड़ती और पूरी होती है, जब तक उसका प्रेमी उसे अपने निजी क्षण में पकड़ नहीं लेता।.