तेजस्वी माया बिजोस स्लम्बर्स को उसके सौतेले भाइयों की अतृप्त भूख ने आकर्षित किया। अनजाने में, वह एक जंगली, भावुक मुठभेड़ में लिप्त हो जाती है, हर इच्छा की खोज करती है जब तक कि वास्तविकता सामने न आ जाए।.
माया बिजोस अपने सौतेले भाई के साथ एक भावुक मुलाकात का आनंद लेती है, जो उत्सुकता से उसके स्पर्श और रीढ़ की हड्डी में कंपकंपी भेजता है। उसका उग्र जुनून केवल उसकी आनंद के लिए अतृप्त भूख से मिलता जुलता था, उसका कसा हुआ आलिंगन उसे और अधिक तरसाता था। उनकी मुठभेड़ कच्ची, अनफ़िल्टर्ड जोश का बवंडर थी, रात के मादक आकर्षण का एक वसीयतनामा था। जैसे ही ऊपर के तारे देखते थे, उनके शरीर एक साथ हिलते थे, उनकी कराहें मूक रात में गूंजती थीं। यह वासना और इच्छा की कहानी थी, प्रलोभन और समर्पण का नृत्य, जोश की गहराई में एक यात्रा थी।.