एक युवा जादूगरनी शारीरिक आनंद की कला में एक अनुभवी ऋषि से मार्गदर्शन चाहती है। उसने अपने प्राकृतिक आकर्षण को अपनाते हुए मौखिक आनंद के रहस्यों को सिखाया। उनका आदान-प्रदान एक उग्र, कामुक सबक देता है, जिससे उसके सलाहकार को उसके सावधानीपूर्वक तैयार आकर्षण से प्रवेश कराया जाता है।.